हिमाचल में बिगड़ती पर्यटन संस्कृति: शिमला-मनाली में पर्यटकों का हुड़दंग, प्रशासन सख्त
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शिमला/मनाली, 28 जून 2025
गर्मियों की छुट्टियों में हिमाचल प्रदेश एक बार फिर सैलानियों से गुलजार हो गया है। शिमला, मनाली, धर्मशाला और डलहौजी जैसे प्रमुख हिल स्टेशनों पर पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ रही है। होटल फुल हैं, ट्रैफिक लंबा और बाजारों में रौनक है। लेकिन इस पर्यटन सीजन में जो बात सबसे अधिक चिंताजनक है, वह है कुछ पर्यटकों का असभ्य, गैर-जिम्मेदार और अशोभनीय व्यवहार।
दिल्ली, पंजाब और हरियाणा से आने वाले कुछ पर्यटक सार्वजनिक जगहों पर अनुशासनहीनता की सारी सीमाएं पार कर रहे हैं। सड़क पर स्टंट, खुलेआम शराबखोरी, अश्लील हरकतें और सोशल मीडिया के लिए खतरनाक वीडियो बनाना अब आम होता जा रहा है।
सनरूफ से बाहर निकलकर किसिंग, वीडियो वायरल
चंडीगढ़-मनाली फोरलेन से एक हैरान करने वाला वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक कपल चलती कार की सनरूफ से बाहर निकलकर एक-दूसरे को खुलेआम किस करता नजर आया। यह घटना न केवल नैतिकता की दृष्टि से आपत्तिजनक थी, बल्कि सड़क सुरक्षा के लिहाज से भी बेहद खतरनाक। आसपास चल रहे वाहन धीमे पड़ गए, जिससे ट्रैफिक बाधित हुआ।
शराब पार्टी बनी सड़क पर शो
दिल्ली से आए कुछ युवकों का एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें वे चलती कार में बियर की बोतलों के साथ पार्टी करते दिखे। म्यूजिक तेज़, गाड़ी सनरूफ से खुली और हाथों में शराब—ये नजारा किसी क्लब का नहीं, बल्कि हाईवे पर चलता डिस्को जैसा था। यह गैरकानूनी ही नहीं, जानलेवा भी है।
कांगड़ा में सोशल मीडिया स्टंट पर कार्रवाई
कांगड़ा में भी कुछ पर्यटकों ने अपनी जान जोखिम में डालते हुए कार की खिड़की से बाहर लटककर वीडियो शूट किए और सोशल मीडिया पर डाले। पुलिस ने इन पर सख्ती से कार्रवाई की, चालान काटे और वीडियो के आधार पर उनकी पहचान कर नोटिस भेजा गया।
स्थानीय लोगों का गुस्सा फूटा
स्थानीय लोगों और व्यापारियों में इन घटनाओं को लेकर गहरी नाराजगी है। शिमला के एक होटल मालिक ने कहा,
"हम सैलानियों का स्वागत करते हैं, लेकिन जब पर्यटक हमारी सड़कों को शराब पीने और अश्लीलता का मंच बना देते हैं, तो यह अपमानजनक होता है। यह पहाड़ों की तहज़ीब नहीं है।”
प्रशासन ने दिखाई सख्ती
हिमाचल प्रदेश पुलिस और प्रशासन ने हालात को देखते हुए सख्त कदम उठाए हैं। टूरिस्ट हॉटस्पॉट्स पर CCTV कैमरे लगाए जा रहे हैं, पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ाई गई है, और सड़क पर हुड़दंग या अश्लीलता करने वालों पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है।
धर्मशाला पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,
"शराब पीकर ड्राइविंग, अश्लील हरकतें या स्टंट जैसी हरकतें कतई बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। यह न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि हिमाचल की गरिमा के खिलाफ है।”
सोशल मीडिया की सनक, जान पर भारी
सोशल मीडिया पर वायरल होने की चाहत में युवा पर्यटक अब जानलेवा स्टंट कर रहे हैं—बोनट पर बैठकर वीडियो बनाना, कार की छत से लटकना, ट्रैफिक को बाधित करना अब आम होता जा रहा है। पुलिस ऐसे वीडियो की निगरानी कर रही है और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
समाजशास्त्रियों की राय: यह सांस्कृतिक संकट है
दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रोफेसर डॉ. मीनाक्षी शर्मा का मानना है कि यह केवल कानूनी नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक संकट है।
“सोशल मीडिया के लिए सब कुछ करना अब एक नशा बनता जा रहा है। युवाओं में सीमाओं का बोध खत्म हो रहा है। सार्वजनिक आचरण की मर्यादा को लेकर जागरूकता जरूरी है।”
समाधान क्या है?
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गाइडलाइन अनिवार्य: प्रशासन को समय रहते एक स्पष्ट "टूरिस्ट बिहेवियर गाइड" तैयार कर सभी होटलों, ट्रैवल एजेंसियों और टैक्सी ड्राइवरों को वितरित करनी चाहिए।
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होटलों की भूमिका: चेक-इन के समय पर्यटकों को राज्य के नियमों और स्थानीय परंपराओं की जानकारी दी जाए।
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डिजिटल साइनबोर्ड्स: पर्यटन स्थलों पर डिजिटल बोर्ड्स के माध्यम से जागरूकता फैलाई जाए।
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दंड का डर: नियम तोड़ने पर तत्काल दंड और सोशल मीडिया पर नाम उजागर करने जैसे उपाय लागू किए जाएं।
संवेदनशीलता और अनुशासन ही असली पर्यटक बनाता है
हिमाचल की सुंदरता, शांति और संस्कृति को बनाए रखने के लिए जरूरी है कि पर्यटक भी उसकी गरिमा का सम्मान करें। पर्यटन से राज्य को आय तो मिलती है, लेकिन जब वह अराजकता और अश्लीलता का जरिया बन जाए, तो यह सबके लिए नुकसानदेह है।
हिमाचल को संवारिए, इसे शर्मिंदा न कीजिए।

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