अंबाला-चंडीगढ़ मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर अनिल विज की पहल, केंद्र से त्वरित कार्रवाई की मांग

 


नई दिल्ली/अंबाला, जून 2025:

हरियाणा की परिवहन व्यवस्था को आधुनिक और सुगम बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है। राज्य के ऊर्जा, परिवहन और श्रम मंत्री अनिल विज ने दिल्ली में केंद्रीय ऊर्जा एवं आवास और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की और अंबाला से चंडीगढ़ के बीच मेट्रो सेवा शुरू करने की पुरज़ोर मांग रखी। यह प्रस्ताव न सिर्फ ट्रैफिक की समस्या को कम करने की दिशा में है, बल्कि क्षेत्रीय विकास की व्यापक सोच को भी दर्शाता है।

भारी ट्रैफिक और प्रदूषण की दोहरी समस्या

मीडिया से बातचीत में अनिल विज ने बताया कि चंडीगढ़ का खास दर्जा – केंद्र शासित प्रदेश होने के साथ-साथ हरियाणा और पंजाब की राजधानी – इसे एक प्रमुख ट्रांजिट हब बनाता है। हर दिन सैकड़ों लोग अंबाला और चंडीगढ़ के बीच यात्रा करते हैं, जिससे सड़क मार्ग पर भारी ट्रैफिक देखा जाता है। विज ने स्पष्ट किया कि मौजूदा समय में सिर्फ सड़क परिवहन ही विकल्प है, जो अब जनसंख्या और आर्थिक गतिविधियों के दबाव में अप्रभावी होता जा रहा है

मेट्रो सेवा क्यों है जरूरी?

अनिल विज का मानना है कि मेट्रो सेवा से लोगों को एक तेज़, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प मिलेगा। इससे पेट्रोल-डीजल पर निर्भरता घटेगी, प्रदूषण में कमी आएगी और ऊर्जा की बचत होगी। उन्होंने बताया कि जहाँ वर्तमान में अंबाला से चंडीगढ़ पहुंचने में 1 से 1.5 घंटे लगते हैं, वहीं मेट्रो के जरिए यह यात्रा महज 30-40 मिनट में पूरी हो सकेगी।

केंद्र सरकार से शीघ्र DPR की मांग

मंत्री विज ने केंद्रीय मंत्री खट्टर के समक्ष विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) को जल्द से जल्द तैयार करने की मांग की। उनका कहना था कि यदि इस प्रोजेक्ट पर त्वरित कार्रवाई की जाए, तो यह न केवल हरियाणा बल्कि पूरे उत्तर भारत के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।

मेट्रो से होंगे बहुआयामी फायदे

मेट्रो सेवा शुरू होने से दोनों राज्यों – हरियाणा और पंजाब – के बीच बेहतर समन्वय स्थापित होगा और चंडीगढ़ को एक आधुनिक ट्रांसपोर्ट हब के रूप में विकसित किया जा सकेगा। यह परियोजना रियल एस्टेट, व्यापार और शिक्षा के क्षेत्रों में भी नई संभावनाएं पैदा करेगी।

केंद्रीय मंत्री का सकारात्मक आश्वासन

केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अनिल विज की बातों को गंभीरता से सुना और इस परियोजना को प्राथमिकता के आधार पर आगे बढ़ाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार शहरी विकास मंत्रालय और संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर जल्द ठोस कार्यवाही शुरू करेगी।

जनता की उम्मीदें और संभावनाएं

यह खबर सामने आने के बाद अंबाला, चंडीगढ़ और आसपास के क्षेत्रों में उत्साह का माहौल है। नियमित यात्रियों, छात्रों और व्यापारियों ने इस पहल का स्वागत किया है। उनका मानना है कि मेट्रो सेवा न सिर्फ समय की बचत करेगी, बल्कि जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार लाएगी।

विशेषज्ञों की राय

शहरी विकास विशेषज्ञों का कहना है कि यदि यह प्रोजेक्ट सफल होता है, तो यह देश के अन्य मिड-रेंज शहरों के लिए भी एक मॉडल बन सकता है, जहाँ जनसंख्या घनत्व तो बढ़ रहा है, लेकिन आधुनिक ट्रांसपोर्ट की सुविधाएं सीमित हैं।


निष्कर्ष:

अंबाला-चंडीगढ़ मेट्रो परियोजना न सिर्फ यातायात सुविधा का आधुनिक समाधान है, बल्कि यह सामाजिक और आर्थिक विकास का एक सशक्त माध्यम बन सकती है। अनिल विज की यह पहल एक दूरदर्शी कदम है, और केंद्रीय मंत्री खट्टर का सकारात्मक रवैया इस बात का संकेत है कि आने वाले समय में यह परियोजना यथार्थ का रूप ले सकती है। यदि इसे समयबद्ध और प्रभावी ढंग से लागू किया गया, तो यह न केवल हरियाणा और पंजाब बल्कि पूरे उत्तर भारत के लिए एक नया इंफ्रास्ट्रक्चर मॉडल बन सकती है।

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